Monday 27 January 2014

चमत्कारी शंख,



चमत्कारी शंख,

जैसी चाहत हो उस अनुसार सही शंख चुनें शंख के बारे में अगर आप यह सोचते हैं कि यह सिर्फ भगवान की पूजा के काम आता है तो इस धारणा को मन से निकाल दीजिए। शंख में ऐसी चमत्मकारी शक्तियां मौजूद होती हैं जो आपकी हर चाहत को पूरी कर सकता है। लेकिन शर्त यह है कि आप चाहते क्या हैं और क्या आपने सही शंख का चुनाव किया है। यानी आपकी जैसी चाहत हो उस अनुसार सही शंख चुनें। शास्त्रों में बताया गया है कि हर शंख की अपनी खूबी होती है। इसके अनुसार इनके नाम भी अलग-अलग हैं। आइए कुछ ऐसे ही चमत्कारी शंख की बात करते हैं।

देवी लक्ष्मी का प्रिय शंख =================================
मान्यता है कि देवी लक्ष्मी के हाथों मे शोभा पाने वाला शंख दक्षिणावर्ती है इसलिए इसे देवी लक्ष्मी का शंख भी कहा जाता है। इस शंख का मुंह दाहिने ओर होता है। आम तौर जो शंख मिलते हैं उनका मुंह बाईं ओर होता है। इस शंख को कष्टनिवारक शंख कहा गया है। घर में सुख शांति और समृद्धि के लिए इस शंख को देवी लक्ष्मी की तस्वीर या मूर्ति के सामने लाल वस्त्र पर रखकर इसकी पूजा करनी चाहिए। इससे घर में लक्ष्मी का वास होता है, दिनानुदिन उन्नति होती है।

प्यार बढ़ाने वाला चमत्कारी शंख =========================================

 प्यार में आ रही हो परेशानी या जीवनसाथी से अनबन रहती है तो आपके लिए हीरा शंख फायदेमंद हो सकता है। माना जाता है इस शंख से शुक्र ग्रह से संबंधित दोष दूर होता है और प्रेम में आने वाली सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती है। अभिमंत्रित करके इस शंख को शयन कक्ष में रखने से शुक्र ग्रह अनुकूल रहता है। दांपत्य जीवन में प्रेम बढ़ता है और भौतिक सुख-समृद्घि में इजाफा होता है।

गरीबी दूर करने वाला विष्णु शंख =======================================

इस शंख की आकृति अर्धचन्द्राकार होने के कारण इसे चंद्र शंख भी कहते हैं। जिसके पास यह शंख होता है वह कभी गरीब नहीं होता है। ऐसे व्यक्ति की सुख समृद्धि बढ़ती जाती है।

हृदय के लिए गुणकारी शंख ======================================

जिस व्यक्ति को हृदय रोग या सांस संबंधी परेशानी की संभावना हो उन्हें अपने घर में मोती शंख रखना चाहिए। माना जाता है कि इस शंख में गंगाजल भरकर पीने से हृदय स्वस्थ रहता है। सांस संबंधी परेशानियों से बचाव होता है।

छात्रों और व्यापारियों के लिए फायदेमंद शंख =======================================

प्रकृति में एक ऐसा शंख मिलता है जिसकी आकृति गणेश जी के समान होती है। इसे गणेश शंख कहा जाता है। माना जाता है कि यह शंख विद्या प्राप्ति में सहायक होता है। यह सौभाग्य एवं पारिवारि उन्नति के लिए भी उत्तम माना गया है। व्यापारियों को अपने व्यापार स्थल में अथवा पूजा स्थल में इस शंख को विधिवत स्थापित करना चाहिए। इससे आर्थिक लाभ बढ़ता है। कारोबार में उन्नति होती है।

Wednesday 8 January 2014

कर्क राशि-वार्षिक राशिफल 2014

कर्क राशि-वार्षिक राशिफल 2014:-

कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा होता है। इस राशि के जातक परिश्रमी एवं धार्मिक प्रवृति के होते है। ये स्वभाव से भावुक एवं संवेदनशील होते है। अधिक भावुकता कभी-कभी परेशानी में भी डालती है। ये जातक बुद्धिमान एवं चतुर होते है। एवं इनमे धन कमाने की तीव्र लालसा होती है। ये चंचल प्रकृति के होते है। विषम परिस्थितियो में भी ये बचाव का मार्ग ढूंढ लेते है। त्वरित निर्णय लेने की क्षमता आपमें नहीं होती है। अतः समस्याओ को देखकर आप घबरा जाते है। परन्तु अपनी मानसिक श्रेष्ठता के कारण आप उस विषम परिस्थिति से समस्या का हल ढूंढ लेते है। इस राशि के जातक सेकेट्री, इम्पोर्ट एवं एक्सपोर्टर, उध्योगपति एवं कृषक हो जाते है। एवं फिलोरी कल्चर, माइक्रोबायो टेक्नोलोजी जल से जुड़े कार्य आपके लिए लाभदायक है। आपमे क्रोध की भावना नहीं होती एवं आप न ही किसी क्रोध को सहन कर सकते है। और गौर वर्ण, सुंदरमुख मंडल के स्वामी होते है। आप प्रेमी स्वभाव के मितव्ययी एवं मातृभक्त होते है।

वर्ष 2014 के अनुसार:-

यह वर्ष आपके लिए अनुकूल नहीं होगा। इस राशि के लग्न में चंद्रमा होने से इस वर्ष धन-सम्पति में वृद्धि होगी, अधूरी कार्य पूरी होगी। राजनैतिक क्षेत्र में गतिविधियाँ तेज होगी, विश्वास में अपेक्षित सुधार होंगे। इस वर्ष आपको शेयर बाजार में संभलकर निवेश करने पर ही लाभ प्राप्त होगा। आप इस वर्ष अपने भाग्य के भरोसे न बैठकर परिश्रम करेंगे, तभी आपको सफलता प्राप्त होगी। व्यापार में संभलकर निवेश करे, अन्यथा हानि उठानी पड़ सकती है। इस वर्ष आपको अपने मित्रो एवं पारिवारिक सदस्यो का सहयोग निरंतर प्राप्त होगा। इस वर्ष आपको स्वास्थ्य के प्रति सतर्कता रखनी चाहिए। हड्डी एवं जोड़ो सम्बन्धी रोग आपको परेशान कर सकते है। धार्मिक यात्राओ का वातावरण बना रहेगा। संतान की तरफ से शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद हो सकते है। इसीलिए सावधानी बरते।

आर्थिक स्थिति:-

आर्थिक स्थिति से यह वर्ष कमजोर रहेगा। आय के नए स्त्रोत पाने के लिए आपको कठिन परिश्रम करना पड सकता है। नए व्यापार में निवेश एवं व्यापार का विस्तार करने की योजनाओ को त्वरित रूप से अंजाम दे। अन्यथा नुकसान होने की सम्भावना है। अपने विरोधियो से संभलकर कार्य करे। आपको इस वर्ष अपने अधिकारियो की प्रशंसा प्राप्त होगी एवं प्रमोशन की भी सम्भावना है। इस वर्ष आप कई व्यवसायिक यात्राये भी करेंगे। आपको आय तो भरपूर होगी, परन्तु खर्च का अनुपात अधिक होने से उस आय का लाभ प्राप्त नही कर सकेंगे। पंडित जी के अनुसार कर्क राशि के जातको को शनि की ढैय्या चल रही है। इसीलिए भी उनको आर्थिक परेशानी हो सकती है।

पारिवारिक स्थिति:-

पारिवारिक दृष्टि से यह वर्ष आपके लिए अनुकूल रहेगा। आपको अपने पारिवारिक सदस्यो का निरंतर सहयोग प्राप्त होगा। आपको अपने भाई-बहनों का भी सहयोग प्राप्त होगा। अपने बड़ो की सलाह से किये गए कार्यो में भी सफलता प्राप्त होगी। किन्तु माता के स्वास्थ्य को लेकर आपकी चिंता बनी रहेगी। संतान पक्ष की तरफ से आपको पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। एवं उसकी उन्नति से आपका मन प्रसन्न रहेगा। पारिवारिक सदस्यो से सम्बन्ध सुधरने में आपके जीवनसाथी की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। सामाजिक मान-सम्मान में भी वृद्धि होगी।

स्वास्थ्य:-

स्वास्थ्य की दृष्टि से यह वर्ष आपके लिए प्रतिकूल प्रभाव लेकर आएगा। आपको किसी शल्य चिकित्सा से भी गुजरना पड़ सकता है। इस वर्ष आपको अपने माता-पिता के स्वास्थ्य को लेकर भी चिंता बनी रहेगी। आपको हड्डी एवं जोड़ सम्बन्धी रोगो का सामना करना पड़ सकता है। अतः आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति विशेष सतर्क रहने की आवश्यकता है आपको आने रोगो के शमन के लिए एवं इस वर्ष अपने स्वास्थ्य में सुधार के लिए सूर्य भगवन को अर्घ्य देना चाहिए एवं उनकी पूजा आराधन करनी चाहिए। इसके लिए पूजा कक्ष में सूर्य यन्त्र स्थापित कर आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ प्रतिदिन करना चाहिए।

शिक्षा:-

शिक्षा की दृष्टि से यह वर्ष विध्यार्थी वर्ग के लिए अधिक उपलब्धियों भरा नहीं रहेगा। इस वर्ष आपको अत्यधिक परिश्रम की आवश्यकता है। अन्यथा आपको इसकी भरी कीमत चुकानी पड़ सकती है। निरंतर परिश्रम ही आपके परिणाम को बेहतर बना पायेगा। बेरोजगारो को अपने मनोवांछित सफलता प्राप्त नहीं होगी। आपको अपने अध्ययन में एकग्रचित होने के लिए गणेश यंत्र कवच को धारण करना चाहिए। जिससे आपको बेहतर परिणाम प्राप्त हो सके।

जीवनसाथी एवं प्रेम सम्बन्ध:-

इस वर्ष आप जिससे प्रेम प्राप्त करना चाहते है, उसे आप अपनी तरफ आकर्षित करने में सफल रहेंगे। परन्तु यदि आप उसके प्रति वफादार नही रहे, तो इस प्रेम प्रसंग में आपको सफलता प्राप्त नही होगी। आपको अपने जीवनसाथी से वैचारिक मतभेदों के कारन दुरी झेलनी पड़ सकती है। अतः आप अपने जीवनसाथी के प्रति संवेदनशील रहे। विभन्न मतभेदों के बावजूद आपको कठिन परिस्थितियो में अपने जीवनसाथी का सहयोग प्राप्त होगा।

सारांश:-

पंडित राजन जेटली जी के अनुसार कुल-मिलकर यह वर्ष आपके लिए कई उतार-चढ़ाव भरा रहेगा। स्वास्थ्य की दृष्टि से आपको सूर्य यंत्र की पूजा-आराधना करनी चाहिए। आपके शुभ रत्न मोती, मूंगा एवं पुखराज है। एवं उत्तम फल की प्राप्ति के लिए आपको मूंगा धारण करना चाहिए। विद्यार्थियो को शिक्षा में उत्तम फल की प्राप्ति के लिए गणेश यंत्र कवच धारण करना चाहिए। आपको शिव आराधना से विशेष लाभ प्राप्त होगा। एवं सोमवार का व्रत भी करना चाहिए। कर्क राशि के जातको के लिए यह वर्ष शुभ एवं मंगलदायक रहे। इसी मंगलकामना के साथ शुभाशीर्वाद।


www.panditrajanjaitly.in
mail – panditrajanjaitly@gmail.com, info@shivkripakendra.com
contact no. – 09971234977 & 09999669998 ( Whatsapp Only )

Monday 6 January 2014

मिथुन राशि-वार्षिक राशिफल 2014:-



वार्षिक राशिफल 2014:-

मिथुन राशि

इस राशि का स्वामी बुध है। जिसका जन्म मिथुन राशि में हो, वह जातक गौरवर्ण का होता है। उसका ललाट चौड़ा होता है। व वाणी में अपूर्व औज होता है। इस राशि के जातको का स्वभाव परिश्रमी, सहिष्णु, बुद्धिमानी, साहसी व अपनी बुद्धि के बल पर प्रत्येक समस्या का समाधान कर सकने वाला होता है। इनका जीवन संघर्षमय होता है। आप दुसरो के दुःख को अपना दुःख समझते है। आप अपनी वाणी से सभी को अपना बना लेते है। आप कभी एक व्यक्ति के साथ अधिक समय तक बंधे नहीं रह सकते है। इस राशि के जातक डाक-तार, रेल, टेलीफोन, परिवहन, लेखन, गणित, कला, सौंदर्य, स्वास्थ्य, प्राकृतिक चिकित्सा एवं होम्योपैथी क्षेत्र से हो सकते है। 

वर्ष 2014 के अनुसार:-

यह वर्ष आपके लिए मिश्रित फलदायक होगा। इस वर्ष आपके जीवन में कई उतार-चढ़ाव आयेंगे। कार्यक्षेत्र में कभी लाभ तो कभी हानि रोजगार के अवसरों में विलम्ब होगा। परन्तु लम्बे चल रहे विवाद का हल निकलेगा। दुर्घटना होने की सम्भावना है। किसी पारिवारिक सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता बनी रहेगी। संतान पक्ष की तरफ से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आर्थिक रूप से भी अधिक लाभदायक समय नहीं है। स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव वर्ष भर चलता रहेगा। घर-परिवार में धार्मिक आयोजन होंगे। धार्मिक यात्राओ का भी योग है। 

आर्थिक स्थिति:- 

आर्थिक दृष्टि से यह वर्ष साधारण रहेगा। परन्तु नए कार्य में ज्यादा लाभ प्राप्त होगा। पूंजी निवेश, शेयर, जमीन जायदाद से सम्बंधित व्यवसाय में विशेष लाभ प्राप्त होगा। आपके पद प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होगी। परन्तु धन का अपव्यय होने के कारण धन की स्थिरता नहीं रहेगी। जमीन-जायदाद के सौदे आपके लिए लाभदायक सिद्ध होंगे। परिवार में किसी धार्मिक आयोजन में भी व्यय हो सकता है, एवं संतान के विवाह की भी सम्भावना है। इस दृष्टिकोण से धन का खर्च अधिक होगा। एवं धन की प्राप्ति कम होगी। 

पारिवारिक स्थिति:-

परिवार में माता-पिता के स्वास्थ्य को लेकर आपको वर्ष भर चिंता बनी रहेगी। संतान सम्बन्धी शुभ समाचार प्राप्त होंगे। संतान के विवाह का योग भी बना हुआ है। यदि आप जीवनसाथी का चुनाव करने जा रहे है तो सोच-समझकर निर्णय ले। अन्यथा आपको भविष्य में कई समस्याओ का सामना करना पड़ सकता है। कई वर्ष के अंत में पारिवारिक सदस्यो का पूर्ण सहयोग मिलेगा।

स्वास्थ्य:-

स्वास्थ्य की दृष्टि से यह वर्ष अनुकूल नहीं है। वर्ष भर आपके स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव चलता रहेगा। ब्लड प्रेशर और शुगर से सम्बंधित रोगो के प्रबल होने की सम्भवना है। कोई बड़ी दुर्घटना की भी आशंका है। अतः आपको सचेत रहने कि अत्यंत आवश्यकता है। अपने स्वास्थ्य के प्रति अतयधिक सावधान रहे। 

शिक्षा:-

शिक्षा की दृष्टि से यह वर्ष विद्यार्थियो के लिए प्रगति करक रहेगा। विद्यार्थी अपने मित्रो पर भरोसा न करे एवं अपनी शिक्षा पर ध्यान दे। तो उनको अपनी मेहनत का फल अवश्य प्राप्त होगा। इंजीनियरिंग, लेखाशास्त्र, गणित आदि के अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। पंडित जी के अनुसार बृहस्पति यंत्र की पूजा-आराधना करने से आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी एवं आप अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे। जो विध्यार्थी इस वर्ष स्नातक की परीक्षा में भाग लेंगे, वे इस वर्ष नया कीर्तिवान स्थापित कर सकते है। उन्हें इस समय का सदुपयोग कर कठिन परिश्रम की आवश्यकता है। 

जीवनसाथी एवं प्रेम-सम्बन्ध:-

इस वर्ष आपको अपने जीवनसाथी का भरपूर प्रेम प्राप्त होगा। वह आपकी भवनाओ को समझेंगे एवं कठिन समय में आपकी मदद भी करेंगे। आपको भी अपने जीवनसाथी की भावनाओ को समझना है और उन्हें भरपूर सहयोग प्रदान करना है। इस राशि के जातको को इस वर्ष प्रेम सम्बन्धो में अधिक सफलता प्राप्त नही होगी। इस वर्ष यदि आप प्रेम-विवाह करना चाहते है तो इस विचार को त्याग दे, अन्यथा भविष्य में आपको इसके दुष्परिणाम प्राप्त होंगे। 

सारांश:-


पंडित राजन जेटली जी के अनुसार यह वर्ष आपके लिए कुल-मिलाकर मिश्रित फलदायक वर्ष है। आपको बुध यंत्र की अथवा कुबेर यंत्र की पूजा-आराधना करनी चाहिए। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह वर्ष आपके लिए अधिक लाभदायक नहीं होने के कारण आपको स्वास्थ्य सम्बन्धी सावधानी रखनी पड़ेगी। आपको शुभ रत्न में हीरा एवं नीलम धारण करना चाहिए। उत्तम फल की प्राप्ति के लिए पन्ना धारण करना चाहिए। 

पंडित राजन जेटली जी के अनुसार यह वर्ष आपके लिए शुभ एवं मंगलदायक रहे, यही उनकी भगवान से प्रार्थना है। इसी मंगल-कामना के साथ पंडित जी की तरफ से आप सभी को शुभ आशीर्वाद।


www.panditrajanjaitly.in
mail –
panditrajanjaitly@gmail.com,  info@shivkripakendra.com
contact no. – 09971234977   &   09999669998  (11 AM to 4 PM)

Saturday 4 January 2014

वृष राशि-वार्षिक राशिफल 2014:-



वृष राशि-वार्षिक राशिफल 2014:-

वृष राशि का स्वामी शुक्र है। जिसका जन्म वृष राशि में होता है, वह पवित्र ह्रदय वाला बुद्धिमान व अपने कार्यो को पूर्ण करने में चतुर होता है। इस राशि के जातक आज्ञाकारी होते है। व सेवाभाव उनका परम गुण होता है। अतः इस राशि के जातक दिखने में आकर्षक व्यक्तित्व वाले होते है। आप बड़े व्यवहारिक एवं शिष्ट व्यक्ति है। आप कुशलवक्ता भी है। इस राशि के जातक भोग विलास की प्रकृति के होते है। ये जातक बैककर्मी, फाइनेंसर, ब्यूटिशियन, ज्वैलर्स, विज्ञापन क्षेत्र, ड्रेस डिजाइनर, गायक, नर्तक, अभिनेता, प्रोड्यूसर, वैज्ञानिक हो सकते है।


वर्ष 2014 के अनुसार:-

यह वर्ष आपके लिए मान-सम्मान, समृद्धि सब आपके द्वार लेकर आएगा। वर्ष भर आपको शुभ समाचार मिलता रहेगा। आशाएँ, अपेक्षाएँ और कामनाएँ पूर्ण होने से घर-परिवार में ख़ुशी का माहौल होगा। पिछले वर्ष अधूरे रह गए कार्य इस वर्ष आप पूरे कर पाएंगे। संतान की दृष्टि से यह वर्ष आपके लिए सुखद और आनन्दित रहेगा। लम्बे चल रहे रोगो से आपको छुटकारा मिलेगा। किसी धार्मिक यात्रा पर भी जाने का योग बना हुआ है। इस वर्ष आपकी आर्थिक दृष्टि ओर अधिक मजबूत होगी। वर्ष के उतरार्थ में राहु ग्रह, शनि ग्रह के साथ रहने से पीड़ादायक रहेगा। परन्तु वर्ष के अंत में आप इन सभी समस्याओं से छुटकारा पा लेंगे।

आर्थिक स्थिति:-

आर्थिक दृष्टि से यह वर्ष आपके लिए पूर्णरूपेण लाभदायक सिद्ध होगा। इस वर्ष आप भूमि व भवन एवं स्थायी सम्पतिया प्राप्त करेंगे। कार्यक्षेत्र में आपको विशेष लाभ प्राप्त होगा। जिससे आप नयी ऊंचाइयों को छुएंगे। नौकरी से जुड़े जातको को प्रमोशन प्राप्त होगा। एवं अधिकारियों की प्रशंसा के पात्र बनेंगे। शेयर बाजार में निवेश आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगा। वर्ष के अंत में आपको अपने कार्य के प्रति विशेष सतर्क रहने की आवश्यकता है।

पारिवारिक स्थिति:-

पारिवारिक दृष्टि से यह वर्ष आपके लिए अनुकूल रहेगा। घर का वातावरण सोहार्द पूर्ण रहेगा। आपको अपने पारिवारिक सदस्यो का भरपूर सहयोग प्राप्त होगा। संतान पक्ष की ओर से भी आपको शुभ समाचार मिलते रहेंगे। माता-पिता के स्वास्थ्य की दृष्टि से यह वर्ष कोई मानसिक चिंता लेकर नहीं आएगा। पिता के स्थानांतरण की सम्भावना अवश्य रहेगी। पारिवारिक उत्सवों में भाग लेने के शुभ अवसर प्राप्त होंगे।

स्वास्थ्य:-

स्वास्थ्य की दृष्टि से यह वर्ष अधिक लाभकारी नहीं है। छोटी-बड़ी बीमारियाँ आपको पूरे वर्ष परेशान करती रहेगी। पुराने रोग उभर सकते है। अतः आप अपने स्वास्थ्य के प्रति कोई लापरवाही न करे। अन्यथा आपको इसके दुष्परिणाम भुगतने पड सकते है। रक्त सम्बन्धी रोग आपको घेरे रख सकते है। पंडित जी के अनुसार इन सभी पीड़ाओं से बचने के लिए आपको अपने घर में पारद शिवलिंग की स्थापना कर उसकी पूजा आराधना करनी चाहिए।

शिक्षा:-

शिक्षा की दृष्टि से यह वर्ष विध्यार्थियो के लिए अति उत्तम परिणाम वाला रहेगा। विध्यार्थियो को गणित, भौतिक एवं रसायन सम्बन्धी विषयो में अधिक मेहनत की आवश्यकता है। यदि आप इंजीनियरिंग, आर्किटेक्ट आदि की तैयारी कर रहे है, तो आपको निश्चित रूप से सफलता प्राप्त होगी। यदि कोई सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे है, तो आपको अपनी मेहनत का फल प्राप्त हो जायेगा। कुल-मिलाकर यह पूरा वर्ष विध्यार्थियो के लिए भाग्योदय का है। अतः उन्हें इस समय का सदुपयोग कर कठिन परिश्रम करनी चाहिए।

जीवनसाथी एवं प्रेम-सम्बन्ध:-

इस वर्ष आपको आपके जीवनसाथी का भरपूर सहयोग प्राप्त होगा। यदि आपके प्रेम सम्बन्ध चल रहे है तो आपको उसमे सफलता प्राप्त होगी। यदि युवा वर्ग की विवाहित चर्चा चल रही है तो वह विवाहित चर्चा विवाह में परिणित हो जायेगी। यह वर्ष आपका दाम्पत्य जीवन ओर भी अधिक मधुर एवं प्रगाढ़ लेकर आएगा।

सारांश:-

पंडित राजन जेटली जी के अनुसार यह वर्ष आपके लिए अत्यधिक लाभकारी सिद्ध होगा। धन एवं सुख समृद्धि में ओर अधिक वृद्धि के लिए एवं इस समय का पूर्ण लाभ प्राप्त करने के लिए आपको अपने पूजा कक्ष में कुबेर यंत्र या कनकधारा यंत्र स्थापित कर पूजा-आराधना करनी चाहिए। धन की देवी लक्ष्मी एवं देवता कुबेर का साक्षात आशिर्वाद आपको प्राप्त हो। आपको रत्न में पन्ना एवं फिरोजा धारण करना चाहिए। उत्तम फल की प्राप्ति के लिए आपको हीरा धारण करना चाहिए।
पंडित राजन जेटली जी के अनुसार यह वर्ष आपके लिए शुभ एवं मंगलदायक रहे, यही उनकी भगवान से प्रार्थना है। इसी मंगल-कामना के साथ पंडित जी की तरफ से आप सभी को शुभ आशीर्वाद।


www.panditrajanjaitly.in
mail –
panditrajanjaitly@gmail.com,  info@shivkripakendra.com
contact no. – 09971234977   &   09999669998  (11 AM to 4 PM)