ASTROLOGER, Spiritual Healer & Mantra - Yantra - Tantra Sadhak (ज्योतिषी, आध्यात्मिक चिकित्सक व मन्त्र-यन्त्र-तन्त्र साधक)
Monday, 27 August 2012
Sunday, 26 August 2012
नजरदोष कारण और निवारण
नजरदोष कारण और निवारण
ऊपरी हवाओं से बचाव हेतु कुछ अनुभूत प्रयोग
• लहसुन के तेल में हींग मिलाकर दो बूंद नाक में डालने से ऊपरी बाधा दूर होती है।
• रविवार को सहदेई की जड़, तुलसी के आठ पत्ते और आठ काली मिर्च किसी कपड़े में बांधकर काले धागे से गले में बांधने से ऊपरी हवाएं सताना बंद कर देती हैं।
• नीम के पत्ते, हींग, सरसों बच व सांप की केचुली की धूनी से भी ऊपरी बाधा दूर होती है।
ऊपरी हवाओं से बचाव हेतु कुछ अनुभूत प्रयोग
• लहसुन के तेल में हींग मिलाकर दो बूंद नाक में डालने से ऊपरी बाधा दूर होती है।
• रविवार को सहदेई की जड़, तुलसी के आठ पत्ते और आठ काली मिर्च किसी कपड़े में बांधकर काले धागे से गले में बांधने से ऊपरी हवाएं सताना बंद कर देती हैं।
• नीम के पत्ते, हींग, सरसों बच व सांप की केचुली की धूनी से भी ऊपरी बाधा दूर होती है।
• रविवार को काले धतूरे की जड़ हाथ में बांधने से ऊपरी बाधा दूर होती है।
• गंगाजल में तुलसी के पत्ते व काली मिर्च पीसकर घर में छिड़कने से ऊपरी हवाओं से मुक्ति मिलती है।
• हनुमान जी की उपासना अत्यंत लाभकारी होती है।
• राम रक्षा कवच या रामवचन कवच पढ़ने से तुरंत लाभ मिलता है।
• पेरीडॉट, संग सुलेमानी, क्राइसो लाइट, कार्नेलियन जेट, साइट्रीन, क्राइसो प्रेज जैसे रत्न धारण करने से भी लाभ मिलता है।
• गायत्री मंत्र का जप करें। (सुबह की अपेक्षा संध्या समय किया गया गायत्री मंत्र का जप अधिक लाभकारी होता है।)……………
• गंगाजल में तुलसी के पत्ते व काली मिर्च पीसकर घर में छिड़कने से ऊपरी हवाओं से मुक्ति मिलती है।
• हनुमान जी की उपासना अत्यंत लाभकारी होती है।
• राम रक्षा कवच या रामवचन कवच पढ़ने से तुरंत लाभ मिलता है।
• पेरीडॉट, संग सुलेमानी, क्राइसो लाइट, कार्नेलियन जेट, साइट्रीन, क्राइसो प्रेज जैसे रत्न धारण करने से भी लाभ मिलता है।
• गायत्री मंत्र का जप करें। (सुबह की अपेक्षा संध्या समय किया गया गायत्री मंत्र का जप अधिक लाभकारी होता है।)……………
Saturday, 25 August 2012
उपाय / Upay : हृदय रोग निवारण हेतु
हृदय संबंधी बीमारी से बचने के लिए शनिवार के दिन अभिजित मुहूत्र्त में बारह मुखी रुद्राक्ष के पांच दानें लाल धागे में पिरोकर 108 बार ऊँ शं आर्यगणस्तुत्याय नम:मंत्र का जाप करते हुए अपने गले में धारण कर लें। साथ ही सवा मीटर लाल कपड़ा, पांच मुखी 5 रुद्राक्ष के दानें, लाल हकीक, 5 लाल गुंजा को रोगी को ऊपर से सात बार उसार कर के शनिवार के दिन राहुकाल में बहते पानी में प्रवाहित करें। कष्टों से छुटकारा मिलेगा।
उपाय / Upay : काम में मन लगाने हेतु / FOR INCREASING INTEREST IN WORK FRONT ....
आज आपको मैं बताने जा रहा हूँ कि आपका मन काम में नहीं लग रहा हैं। हमेषा बेचेनी बनी रहती हैं, आलस्य का प्रभाव बना रहता हैं कुछ भी काम करने की इच्छा नहीं होती, गुमसुम बैठे रहने की इच्छा बनी रहती हैं तो आप किसी भी शनिवार और मंगलवार को छेद वाले ताम्बे के दो सिक्केे इस बीच एक पीली कोड़ी पीले धागे में पिरो दें इस धागे में पिरोई हुई सामग्री को अपने हाथ में अपने हाथ में अक्षत लेकर अक्षत के उपर रख दें। तदपष्चात् महामंत्रा की माला का एक जाप करे और इस धागे को अपने गले में डाल दे और इस अक्षत को शिवलिंग ऊपर चढ़ा दे। आपकी सारी समस्याओं का निवारण होगा।
Wednesday, 22 August 2012
उपाय / Upay : समस्याओं के निवारण के लिए / FOR SOLVING HURDLES
यदि प्रयासों के बावजूद भी हमेशा धनाभाव बना रहता हो तो तांबे के तीन पात्र लें। जिसमें सवा किलो सामान आ जाए। एक पात्र में सवा किलो साबूत उड़द, दूसरे पात्र में साबूत मूंग और तीसरे पात्र में सवा किलो साबूत नमक भर दें। इन तीनों पात्रों को अपने घर के ईशान कोण में कही भी रख दें। समस्याओं का निवारण होगा। प्रत्येक बुधवार को यह उपाय करें। बुधवार के दिन उड़द और साबूत नमक गौशाला में दान दें। और साबूत मूंग किन्नर को या मंदिर में दान में दें।
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