ASTROLOGER, Spiritual Healer & Mantra - Yantra - Tantra Sadhak (ज्योतिषी, आध्यात्मिक चिकित्सक व मन्त्र-यन्त्र-तन्त्र साधक)
Sunday, 30 December 2018
वृषभ राशि - वार्षिक राशिफल 2019
Saturday, 29 December 2018
मेष राशि - वार्षिक राशिफल 2019
मेष राशि – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ
Tuesday, 6 November 2018
राशि - लक्ष्मी मंत्र
दीपावली के दिन अथवा सामान्य तौर पर भी यदि आप अपनी राशि के अनुसार लक्ष्मी मंत्र का जाप करें तो उत्तम है, वैसे तो हमारी पुस्तक जिनके पास है उनके पास मन्त्र उपलब्ध हैं फिर भी आप सभी के लिए हम मन्त्र नीचे दे रहे हैं।
*राशि - लक्ष्मी मंत्र*
मेष - ॐ ऐं क्लीं सौं:
वृषभ - ॐ ऐं क्लीं श्रीं
मिथुन - ॐ क्लीं ऐं सौं:
कर्क - ॐ ऐं क्लीं श्रीं
सिंह - ॐ ह्रीं श्रीं सौं:
कन्या - ॐ श्रीं ऐं सौं:
तुला - ॐ ह्रीं क्लीं श्रीं
वृश्चिक - ॐ ऐं क्लीं सौं:
धनु - ॐ ह्रीं क्लीं सौं:
मकर - ॐ ऐं क्लीं ह्रीं श्रीं सौं:
कुंभ - ॐ ह्रीं ऐं क्लीं श्रीं
मीन - ॐ ह्रीं क्लीं सौं:
*Pandit Rajan Jaitly*
9971234977
#panditrajanjaitlyastro
*दीपावली के उपाय*
*दीपावली के उपाय*
- सुबह नहाने के जल में गंगाजल मिलाकर स्नान करें
- मुख्य द्वार पर हल्दी से स्वस्तिक बनायें
- सुबह अपने सामर्थ्य अनुसार गेहूँ का दान करें
- घर में नमक मिले हुए पानी से पोछा लगायें
- आम के पत्तों का तोरण अपने दरवाजे पर लगायें
-मुख्य द्वार के दोनों तरफ गेहूँ के ढेर पर दीपक जलायें
- बिल्व वृक्ष / पीपल / गुलर के नीचे दीपक जलायें
*संक्षिप्त लक्ष्मी पूजन :*
चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर लक्ष्मी जी-गणेश जी सरस्वती जी और विष्णु जी की प्रतिमा /फोटो रखें, कुबेर जी की कोई फोटो या मूर्ति है तो वो भी रख सकते हैं
कोशिश कीजिये बैठ कर पूजन करें बहुत सारे घरों में मंदिर दिवार में लगाये होते हैं, आज के दिन जमीन पर चौकी बिछाकर, आसन बिछाकर बैठकर ही पूजन करें ।
कलश स्थापित करें
दो बड़े दीपक जलायें (1 तेल बायीं तरफ), 1 घी (दाईं तरफ)
एक दीपक गणेश जी के लिए भी जलायें
पूजा में इत्र की शीशी रखें, रुई पर इत्र लगाकर लक्ष्मी जी को समर्पित करें
भोग सामग्री:
नारियल
मखाना, सिंघाड़ा व सीताफल (शरीफा)
गन्ना, अनार, सेब व केला
बताशे
शहद वाला पान
कमलगट्टा, सुपारी, इलाइची, आँवला, तुलसी व सुपारी
सफ़ेद मिठाई
श्री सूक्त, महालक्ष्मी अष्टक या अपनी सुविधानुसार कोई भी महालक्ष्मी मंत्र जाप करें
लक्ष्मी जी की आरती करें
क्षमा प्रार्थना एवं शांति पाठ करें
पूजा के बाद पूरे घर में अलक्ष्मी निष्कासन के लिए शंख व डमरू बजाएं।
*Pandit Rajan Jaitly*
9971234977
#panditrajanjaitlyastro
Monday, 5 November 2018
दीपावली पर अपनी राशि का यह उपाय कर लें, मां लक्ष्मी ठहर जाएंगी आपके घर
*इस दीपावली पर अपनी राशि का यह उपाय कर लें, मां लक्ष्मी ठहर जाएंगी आपके घर में*
इस दीपावली अवसर न जाने दें अपनी राशि का उपाय कर ही डालें, बहुत सरल हैं यह 12 उपाय
दीपावली सिद्ध शुभ मुहूर्त है। इसे किसी भी तरह यूं ही नहीं जाने देना चाहिए। इस दिन कई प्रयोग किए जाते हैं, लेकिन राशि के अनुसार उपाय आजमा कर लाभ को कई गुना बढ़ाया जा सकता है।
(1) मेष राशि : गणेशजी को बूंदी के लड्डू चढ़ाएं। रंगीन कंबल या गर्म कपड़े दान करें। कुत्तों को इमरती खिलाएं। नैऋत्य कोण में सरसों का दीपक रातभर जलाएं। पंडित राजन जेतली
(2) वृषभ राशि : हनुमानजी को गुड़-चना चढ़ाएं। बच्चों को रेवड़ियां बांटें। दक्षिण दिशा में तिल के तेल का दीपक जलाएं।पंडित राजन जेतली
(3) मिथुन राशि : पानी वाला नारियल तथा बादाम दुर्गाजी को या काली मंदिर में दक्षिणा सहित चढ़ाएं (रात्रि में)। पक्षियों को दाना चुगाएं। घर के बड़ों-बुजुर्गों को वस्त्रादि भेंट करें। घर के नैऋत्य कोण में सरसों के तेल का दीपक जलाएं।पंडित राजन जेतली
(4) कर्क राशि : हनुमानजी को बेसन के लड्डू चढ़ाएं। काली उड़द दान करें। तेल लगी रोटी कु्तों को खिलाएं। पश्चिम दिशा में घी का दीपक लगाएं।पंडित राजन जेतली
(5) सिंह राशि : सप्तधान दान करें। उड़द का सामान बांटें। घर के नैऋत्य कोण में सरसों के तेल का दीपक लगाएं।पंडित राजन जेतली
(6) कन्या राशि : शनि मंदिर में तेल का दीपक लगाकर तेल दान करें। गरीबों को भोजन दान करें। नैऋत्य कोण में सरसों के तेल का दीपक लगाएं।पंडित राजन जेतली
(7) तुला राशि : पीपल में मीठा जल चढ़ाकर तेल का दीपक लगाएं रात्रि में। घर के पश्चिम में घी का दीपक तथा नैऋत्य में तेल का दीपक लगाएं।पंडित राजन जेतली
(8) वृश्चिक राशि- रंगीन कंबल दान करें। घर के ब्रह्मस्थल पर घी का दीपक रातभर जलाएं। हनुमानजी को लड्डू का नैवेद्य लगाएं।पंडित राजन जेतली
(9) धनु राशि : गणेशजी को लड्डू चढ़ाएं। गाय को रोटी पर घी तथा गुड़ रखकर खिलाएं। शिवजी को जल में काले तिल मिलाकर चढ़ाएं। घर के नैऋत्य कोण में तेल का दीपक लगाएं।पंडित राजन जेतली
(10) मकर राशि : साबुत मसूर दान करें। घर के बड़ों को भेंट दें। घर की दक्षिण दिशा में तिल के तेल का दीपक लगाएं।पंडित राजन जेतली
(11) कुंभ राशि : दुर्गाजी को नारियल चढ़ाएं। पक्षियों को दाना चुगाएं। घर के नैऋत्य कोण में सरसों के तेल का दीपक लगाएं। सुगंधित जल से रुद्राभिषेक करें।पंडित राजन जेतली
(12) मीन राशि : शनि मंदिर में दीपक, तेल तथा काली उड़द दान करें। तेल लगी रोटी कुत्तों को खिलाएं। पश्चिम दिशा में घी का दीपक लगाएं।पंडित राजन जेतली
Pandit Rajan Jaitly
9971234977
#panditrajanjaitlyastro
Sunday, 4 November 2018
धनतेरस की पूजन विधि
*धनतेरस पूजन विधि*
(घर में धन धान्य वृद्धि और सुख शांति के लिए)
दिवाली से पहले धनतेरस पर पूजा का विशेष महत्व होता है. इस दिन धन और आरोग्य के लिए भगवान धन्वंतरि, भगवान महामृत्युंजय शिव, कुबेर और लक्ष्मी की पूजा की जाती है, साथ में धन को कमाने और उसके सदुपयोग की सद्बुद्धि के लिए गायत्री और गणेश के मन्त्रों से पूजा की जाती है। "पंडित राजन जेतली"
1- गुरु आवाहन मंत्र - *ॐ गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु, गुरुदेवो महेश्वरः । गुरु साक्षात परब्रह्म, तस्मै श्री गुरुवे नमः ।।*
2 - गणेश आवाहन मन्त्र - *ॐ एक दन्ताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात ।।*
3- लक्ष्मी आवाहन मंत्र - *ॐ महा लक्ष्म्यै विद्महे, विष्णु प्रियायै धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ।*
4 -दीपदान मंत्र ( कम से कम 5 या 11 या 21 घी के दीपकों को प्रज्वल्लित करें )-
*ॐ अग्निर्ज्योतिर्ज्योतिरग्नी: स्वाहा । सूर्यो ज्योतिर्ज्योतिः सूर्यः स्वाहा । अग्निर्वर्च्चो ज्योतिर्वर्च्चो स्वाहा । सूर्यो वर्च्चो ज्योतिर्वर्च्च: स्वाहा । ज्योतिः सूर्य्यः सूर्यो ज्योतिः स्वाहा ।।*
5 - चौबीस (24) बार गायत्री मंत्र का जप करें - *ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यम् , भर्गो देवस्य धीमहि धियो योनः प्रचोदयात् ।*
6 - तीन बार महामृत्युंजय मंत्र का जप करें - *ॐ त्रयम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टि वर्धनम् । उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ।।*
7 - तीन बार लक्ष्मी गायत्री मंत्र का जप करें - *ॐ महा लक्ष्म्यै विद्महे, विष्णु प्रियायै धीमहि । तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॥*
8 - तीन बार गणेश मंत्र का जप करें - *ॐ एक दन्ताय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि । तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥*
9 - तीन बार कुबेर का मंत्र जप करें - *ॐ यक्ष राजाय विद्महे, वैश्रवणाय धीमहि, तन्नो कुबेराय प्रचोदयात्॥*
10 - तीन बार आरोग्य देवता धन्वन्तरि गायत्री मन्त्र का जप करें- *ॐ तत् पुरुषाय विद्महे, अमृत कलश हस्ताय धीमहि, तन्नो धन्वन्तरि प्रचोदयात्*
11 - शान्तिपाठ - *ॐ शांतिः शांतिः शांतिः ।*
दीपक नकारात्मकता का शमन कर सकारात्मक दैवीय शक्तियों को घर में प्रवेश देता है। इसलिए दीपक की जगह विद्युत् से जलने वाली LED या किसी भी प्रकार की लाईट नहीं ले सकती। घर के मुख्य् द्वार पर दो घी या सरसों या तिल के तेल के रुई बाती वाले दीपक, एक तुलसी के पास, एक रसोईं में और एक बड़ा मुख्य् दीपक सूर्यास्त के बाद जलाकर रख दें। फिर कलश स्थापना कर पूजन करें। दीपयज्ञ / दीपदान के बाद घर की तिज़ोरी / लेपटॉप / बैंक की पासबुक इत्यादि का पूजन अवश्य करें।
*धनतेरस 5 नवंबर 2018 की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त* *शाम 06:37 से लेकर 08:01* के बीच तक रहेगा। इस शुभ मुहूर्त में पूजा करने से धन, स्वास्थ्य और आयु बढ़ती है।
*घर में बना हलवा या खीर प्रसाद में चढ़ाएं। यदि बजट है तो चांदी या स्वर्ण का कुछ भी सामान ख़रीद ले शाम 6:30 से पहले, उसे दूध में नहला के पूजन स्थल में साफ़ स्टील की कटोरी में लाल वस्त्र के ऊपर रख लें। उसका तिलक चन्दन कर पूजन के पश्चात् तिज़ोरी में रख दें, दीपावली के दिन पुनः उसका पूजन होगा।*
*पंडित राजन जेतली शास्त्री*
दिल्ली
9971234977
www.panditrajanjaitly.blogspot.com
Friday, 28 September 2018
बजरंग बाण
बजरंग बाण
हनुमान चालीसा की तरह ही श्री बजरंग बाण भी एक सिद्ध स्तोत्र है। इस सिद्ध शक्तिशाली बाण को विधि पूर्वक प्रयोग करने से साधक के समस्त कष्टों का निवारण हो जाता है। इस बाण की सिद्धि करने से साधक के शरीर में हनुमान जी की शक्ति प्रवेश कर जाती है PANDITRAJANJAITLY.BLOGSPOT.COM
जिस घर में प्रतिदिन बजरंग बाण का पाठ होता है, वहां स्वयं हनुमान जी विराजमान रहते हैं और सभी प्रकार की बाधाओं से घर मुक्त रहता है। जो भक्त रामलीलाओं में धन आदि देकर भगवान राम के चरित्र का वर्णन आम जन तक पहुंचाने का कार्य करते हैं वे #आर्थिक दृष्टि से संपन्न तो हो ही जाते हैं अपितु धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष की सिद्धि भी उन्हें मिल जाती है। #रामायण का अखंड पाठ व सुंदर कांड का पाठ जन-जन में एक नवीन चेतना का संचार करे । उन घरों में उन्नति व विकास की धारा सदा बहती है।
PANDITRAJANJAITLY.BLOGSPOT.COM
9971234977☎️
Thursday, 30 August 2018
महालक्ष्म्याष्टकम (महा लक्ष्मी अष्टक)
महालक्ष्म्याष्टकम (महालक्ष्मी अष्टक)
नमस्तेऽस्तु महामाये श्रीपीठे सुरपूजिते ।
शङ्खचक्रगदाहस्ते# महालक्ष्मि नमोऽस्तुते ॥१॥
नमस्ते गरुडारूढे कोलासुरभयंकरि ।
सर्वपापहरे देवि महालक्ष्मि नमोऽस्तुते ॥२॥
सर्वज्ञे सर्ववरदे सर्वदुष्टभयंकरि ।
सर्वदुःखहरे देवि महालक्ष्मि नमोऽस्तुते ॥३॥
सिद्धिबुद्धिप्रदे देवि भुक्तिमुक्तिप्रदायिनि ।
मन्त्रमूर्ते सदा देवि महालक्ष्मि नमोऽस्तुते ॥४॥
आद्यन्तरहिते देवि आद्यशक्तिमहेश्वरि ।
योगजे योगसम्भूते महालक्ष्मि नमोऽस्तुते ॥५॥
स्थूलसूक्ष्ममहारौद्रे महाशक्तिमहोदरे ।
महापापहरे देवि महालक्ष्मि नमोऽस्तुते ॥६॥
पद्मासनस्थिते देवि परब्रह्मस्वरूपिणि ।
परमेशि जगन्मातर्महालक्ष्मि नमोऽस्तुते ॥७॥
श्वेताम्बरधरे देवि नानालङ्कारभूषिते ।
जगत्स्थिते जगन्मातर्महालक्ष्मि नमोऽस्तुते ॥८॥
महालक्ष्म्यष्टकं स्तोत्रं यः पठेद्भक्तिमान्नरः ।
सर्वसिद्धिमवाप्नोति राज्यं प्राप्नोति सर्वदा ॥९॥
एककाले पठेन्नित्यं महापापविनाशनम् ।
द्विकालं यः पठेन्नित्यं धनधान्यसमन्वितः ॥१०॥
त्रिकालं यः पठेन्नित्यं महाशत्रुविनाशनम् ।
महालक्ष्मिर्भवेन्नित्यं प्रसन्ना वरदा शुभा ॥११॥
संकलन:
पंडित राजन जेतली शास्त्री
दिल्ली