भगवान गणेश की पूजा
सुबह स्नान के बाद भगवान गणेश की पंचोपचार पूजा या देवी पूजा के दौरान श्री गणेश की सिंदूर, अक्षत, केसरिया चंदन, केसरिया वस्त्र, दूर्वा अर्पित कर व मोदक का भोग लगाकर धूप, दीप जलाकर सद्बुद्धि की कामना व संकट, विघ्न के नाश की भावना से नीचे लिखे 2 गणेश मंत्रों में से किसी का भी या दोनों का स्मरण करें और अंत में गणेश आरती कर प्रसाद ग्रहण करें -
1. आलम्बे जगदालम्बं हेरम्बचरणाम्बुजम्।
शुष्यन्ति यद्र ज:स्पर्शात् सद्य: प्रत्यूहवार्धय:।।
2. अजं निर्विकल्पं निराकारमेकं निरानन्दमद्वैतमानन्दपूर्णम्।
परं निर्गुणं निर्विशेषं निरीहं परब्रह्मरूपं गणेशं भजेम।
No comments:
Post a Comment