नजरदोष कारण और निवारण
ऊपरी हवाओं से बचाव हेतु कुछ अनुभूत प्रयोग
• लहसुन के तेल में हींग मिलाकर दो बूंद नाक में डालने से ऊपरी बाधा दूर होती है।
• रविवार को सहदेई की जड़, तुलसी के आठ पत्ते और आठ काली मिर्च किसी कपड़े में बांधकर काले धागे से गले में बांधने से ऊपरी हवाएं सताना बंद कर देती हैं।
• नीम के पत्ते, हींग, सरसों बच व सांप की केचुली की धूनी से भी ऊपरी बाधा दूर होती है।
ऊपरी हवाओं से बचाव हेतु कुछ अनुभूत प्रयोग
• लहसुन के तेल में हींग मिलाकर दो बूंद नाक में डालने से ऊपरी बाधा दूर होती है।
• रविवार को सहदेई की जड़, तुलसी के आठ पत्ते और आठ काली मिर्च किसी कपड़े में बांधकर काले धागे से गले में बांधने से ऊपरी हवाएं सताना बंद कर देती हैं।
• नीम के पत्ते, हींग, सरसों बच व सांप की केचुली की धूनी से भी ऊपरी बाधा दूर होती है।
• रविवार को काले धतूरे की जड़ हाथ में बांधने से ऊपरी बाधा दूर होती है।
• गंगाजल में तुलसी के पत्ते व काली मिर्च पीसकर घर में छिड़कने से ऊपरी हवाओं से मुक्ति मिलती है।
• हनुमान जी की उपासना अत्यंत लाभकारी होती है।
• राम रक्षा कवच या रामवचन कवच पढ़ने से तुरंत लाभ मिलता है।
• पेरीडॉट, संग सुलेमानी, क्राइसो लाइट, कार्नेलियन जेट, साइट्रीन, क्राइसो प्रेज जैसे रत्न धारण करने से भी लाभ मिलता है।
• गायत्री मंत्र का जप करें। (सुबह की अपेक्षा संध्या समय किया गया गायत्री मंत्र का जप अधिक लाभकारी होता है।)……………
• गंगाजल में तुलसी के पत्ते व काली मिर्च पीसकर घर में छिड़कने से ऊपरी हवाओं से मुक्ति मिलती है।
• हनुमान जी की उपासना अत्यंत लाभकारी होती है।
• राम रक्षा कवच या रामवचन कवच पढ़ने से तुरंत लाभ मिलता है।
• पेरीडॉट, संग सुलेमानी, क्राइसो लाइट, कार्नेलियन जेट, साइट्रीन, क्राइसो प्रेज जैसे रत्न धारण करने से भी लाभ मिलता है।
• गायत्री मंत्र का जप करें। (सुबह की अपेक्षा संध्या समय किया गया गायत्री मंत्र का जप अधिक लाभकारी होता है।)……………
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