संतान प्राप्ति का प्रयोग-
किसी बालक के पहली बार टूटे हुए दूध के दांत
को लेकर, जो स्त्री इसे स्वेत वस्त्र में लपेट कर बाईं भुजा से बांधती है उसे संतान प्राप्ति के योग बनते हैं। मनोकामना पूर्ण होने तक प्रतिदिन सूर्योदय से पूर्व बाल-कृष्ण का १५
मिनिट तक नियमित ध्यान अनिवार्य है
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