तुलसी बड़ी गुणकारी आज आपको इसके गुणों के बारे में बताते हैं
1 = भगवान विष्णु की तरह भगवती तुलसी भी प्रत्येक हिन्दू के लिए पूज्य और वंदनीय है - जो ब्यक्ति इसके गुणों से परिचित है - वो चाहे किसी भी धर्म का हो - " तुलसी जी " के आगे अवश्य नमन करेगा =
2 = एक कुलीन कन्या " वृंदा " ने जब गोपी भाव से अपने शरीर का परित्याग किया - तो" श्री हरि" की इच्छा से पवित्र तुलसी बृक्ष के रूप में परिवर्तित हो गयी - स्वयं " श्री हरि " वैकुण्ठ में तुलसी के आभूषण धारण करते है =
3 = तुलसी की लगभग 50 से अधिक जातियाँ होती है - मुख्य - रामा तुलसी - श्यामा तुलसी ओर वन तुलसी मुख्य है =
4 = " तुलसी " धार्मिक - आध्यात्मिक दृष्टी से आदरणीय एवं पूज्यनीय तो है - ही - ओषधि के रूप में भी इसका बहुत महत्त्व है =
5 = हर घर में तुलसी का पौधा होना उतना जरुरी है - जितना एक इंसान को जीवित रहने के लिए भोजन करना =
6 = कार्तिक मास में देवउठनी एकादशी के दिन " तुलसी विवाह " से ही विवाह के मुहूर्त प्रारंभ होते है =
7 = मेरी दादी ओर माताजी - जो अब इस दुनिया में तो नहीं है - लेकिन उनकी कुछ अनमोल बाते ओर नुस्खे - जिसके कारण आज भी मै उनसे जुड़ा रहता हु =
8 = तुलसी ओर कागजी नींबू के रस को बरावर मिला कर लगाया जाये - तो शरीर में झुर्रिया नहीं पड़ती =
9 = अगर आपको उल्टी जैसा लग रहा है - तो तुलसी पत्ते का रस शहद में मिलाकर चाटे =
10 = दाद, एक्जीमा एवं अन्य चर्मरोग हो तो - तुलसी के रस की मालिश करनी चाहिए =
11 = दोपहर भोजन के पश्चात तुलसी के पत्ते चूसने से पाचन शक्ति मज़बूत होती है =
12 = चाय बनाते समय उसमे कुछ तुलसी पत्ते उबालने से सर्दी, खांसी में तो आराम मिलता ही है - मांसपेशियों का दर्द भी गायब हो जाता है =
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