मकर सक्रांति की ढेर सारी शुभकामनाएं....... (१४.०१.२०१३)
मकर सक्रांति क्या होती है या फिर तिल - गुड, खिचड़ी खाने की परंपरा है या
फिर धार्मिक महत्व क्या है वो सब आपने पढ़ा ही होगा, ढेर सारे आर्टिकल भी
आपने देखे होंगे, तो इन बातों के बारे में बात ना करके..... आइये जानते है
इस दिन को खास कैसे बनाये.... क्या उपाय किये जाए जिससे जीवन में सफलता -
शांति प्राप्त हो सके.......
१. आर्थिक समस्या हेतु : - बाबा
हनुमान जी के दरबार में जाए.... पानी वाले नारियल पर गंगा जल, चमेली का तेल
और सिन्दूर (जो संतरी रंग वाला होता है), मिला कर स्वास्तिक का निशान
बनाये, धूप-दीप अर्पित करके ११ लड्डू सफ़ेद तिल के, का भोग लगाये, फिर
नारियल को संकल्प के साथ बाबा जी के चरणों में अर्पित कर दे और समस्या दूर
करने का निवेदन करके, वही बैठ कर १ बार श्री हनुमान चालीसा, एक बार बजरंग
बाण का पाठ करे, यदि ऋण बहुत हो गया हो तो ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ भी
करें, तत्पश्चात बाबा जी की आरती करके घर वापस आ जाए........ ऐसा पुरे ४०
दिन करना है.... ४१वे दिन हवन के साथ समाप्ति करे.....
२. मानसिक
तनाव हेतु : - संध्या समय श्री गणेश जी फिर श्री राम दरबार जी को तिल के
लड्डू का भोग लगाये, धूप-दीप करके इस मंत्र का जप ५ माला करे.... मंत्र { "
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं आंजनेयाय नमः " }, बाबा हनुमान जी से प्राथना करके घर
वापस आ जाए... ४० दिन......
३. मनोकामना पूर्ति हेतु : - बाबा शिव
जी के दरबार में जाए..... इस दिन से शुरू करते हुए ४० दिन तक २१
बिल्वपत्रो को गंगा जल से शुद्ध करके सफ़ेद चन्दन से, अनार की कलम से " ॐ
नमः शिवाय " लिखकर अर्पित करे... अंत में गाय के कच्चे दूध में गंगा जल
मिला कर अर्पित करे, मनोकामना बोल कर घर वापस आ जाए.... ४१वे दिन हवन के
साथ समाप्ति करे..... ध्यान रहे चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, चतुर्दशी,
अमावस्या, संक्राति, सोमवार वाले दिन बिल्वपत्र नहीं तोड़ते.......
४. धन प्राप्ति हेतु : - बाबा शिव जी के दरबार में जाए...... इस दिन से
शुरू करते हुए ४० दिन तक........ सर्वप्रथम श्री शिव परिवार पर गाय के दूध
में गंगा जल मिला कर अर्पित करे, शिवलिंग पर अपने दोनों हाथो में चावल लेकर
प्रार्थना करे और उनको अर्पित कर दे...... ध्यान रहे चावल टूटे हुए नहीं
होने चाहिए और अर्पित करने का समय पुरे ४० दिन एक ही होना चाहिए..... जो
चावल बच जाए वो किसी भी गरीब को दे सकते है..... ४१वे दिन हवन के साथ
समाप्ति करे......... रात को १० बजे के बाद श्री शिव परिवार के समक्ष गाय
के घी का दीपक अर्पित करते है तो ओर भी शुभ परिणाम प्राप्त होंगे......
५. नौकरी में परेशानी : - इस दिन किसी साधू-महात्मा को उनकी पसंद का खाना
खिलाय..... इस दिन से शुरू करते हुए ४३ दिन करे...... गेहू के आटे में गुड
मिला कर, २१ लड्डू बनाकर स्कूल जाने वाले विद्यार्थियों में बाँट
दे........ केसर में हल्दी मिला कर तिलक लगाना शुरू करे..... और ३ केले
श्री शिव परिवार पर गाय के दूध में गंगा जल मिला कर, अर्पित करके शिव लिंग
के समक्ष रख कर, प्रार्थना करके घर वापस आ जाए....... ४३ दिन समाप्त होने
पर फिर से किसी साधू-महात्मा को खाना खिलाय और शिव परिवार के सामने हवन के
साथ समाप्ति करे.........
६. पारिवारिक तनाव कम करने हेतु : -
माता काली जी या फिर माता दुर्गा जी के सिद्ध मंदिर में जाए.......... इस
दिन से शुरू करते हुए ४० दिन करे..... धूप-दीप के साथ ५ गुलाब के फूल और ५
तिल के लड्डू अर्पित करके " ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे " मंत्र का
२१ माला जप करके घर वापस आ जाए....... ४१वे दिन हवन के साथ समाप्ति
करे......
७. गलतियों की क्षमा हेतु : - जीवन में की गयी गलतियों
की माफ़ी के लिए और जीवन में उन्नति के लिए भगवान श्री सूर्य देव जी के २१
नामो का जप करना श्रेष्ठ है..... सूर्योदय के समय जल में रौली, गंगा जल,
लाल चन्दन, गुड, लाल फूल के साथ भगवान भास्कर को अर्पित करके २१ नाम जपे...
I) विकर्तन, II) विवस्वान, III) मार्तंड, IV) भास्कर, V) रवि, VI)
लोकप्रकाशक , VII) श्रीमान, VIIII) लोक चक्षु , IX) गृहेश्वर , X) लोक
साक्षी , XI) त्रिलोकेश , XII) कर्ता, XIII) हर्ता , XIV) तमिस्त्रहा, XV)
तपन , XVI) तापन, XVII) शुचि ( पवित्रतम) ,
XVIII) सप्ताश्ववाहन ,
XIX) गभस्तिहस्त, XX) ब्रह्मा, XXI) सर्वदेवनमस्कृत..................
संध्या समय भी इन पवित्र नामो का जप कर सकते है......
८. नौकरी
में उन्नति के लिए : - इस दिन से शुरू करते हुए ४० दिन करे...... भगवान
भास्कर को जल तो सूर्योदय के समय अर्पित करना ही है...... अपने पूजा स्थान
में धूप-दीप जला कर.. एक चौकी पर सवा मीटर पीला रेशमी कपडा बिछा दे....
जितने वर्ष आप नौकरी कर चुके है.. उतनी पीली कौड़ियाँ कपडे पर रख दे.....
फूल अर्पित करके भगवान सूर्य देव जी के मंत्र " ॐ नमो भगवते आदित्याय नमः "
का जप ११ माला करे और ५ बार आदित्यह्रदय स्तोत्र का पाठ करके प्रार्थना
करे...... ४१वे दिन हवन के साथ समाप्ति करे.... समाप्ति के पश्चात कपडे में
कौड़ियों को बाँध कर सुरक्षित रख दे........
९. पति-पत्नी में
तनाव कम करने हेतु : - इस दिन से शुरू करते हुए...प्रतिदिन करे.....
पति-पत्नी दोनों करे तो श्रेष्ठ रहेगा..... माता तुलसी जी पर जल में गंगा
जल मिला कर इस मंत्र के साथ अर्पित करे.... मंत्र : " महाप्रसाद जननी
सर्वसौभाग्यवार्धिनी...आधि व्याधि जरा मुक्तं तुलसी त्वाम् नमोस्तुते... "
जल अर्पित करने के पश्चात एक गेंदे के फूल पर रौली से तिलक करके माता जी के
श्रीचरणों में अर्पित कर दे...... इस दिन श्री गायत्री यज्ञ करवाए और यज्ञ
से प्राप्त राख से दोनों पति-पत्नी एक दुसरे को तिलक लगाया करे और थोड़ी सी
चाट लिया करे......
१०. परिवार में शांति हेतु : - इस दिन घर के
सभी सदस्यों को गंगा स्नान हेतु हरिद्वार या कोई ओर तीर्थ जाना चाहिए.....
महिला सदस्य के कारण दिक्कत हो रही हो तो... महिला उस दिन चाँदी की चैन में
चाँदी के पत्र पर चन्द्र यन्त्र सिद्ध करवा कर धारण कर ले...... यदि पुरुष
सदस्य के कारण कलेश हो रहा हो तो..... पुरुष इस दिन से शुरू करते हुए, हर
सोमवार को चावल का दान करे... और श्री सूर्य देव को को जल अर्पित करे,
प्रतिदिन.......
ये दिन आपके जीवन में ढेर सारी खुशियाँ लेकर आये, ये ही मेरी इश्वर से प्रार्थना है...
पंडित
राजन जेटली
(ज्योतिषाचार्य(
(ज्योतिषाचार्य(
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