यदि आपको लगता है कि भाग्य आपका साथ नहीं दे रहा है
तो निराश बिल्कुल मत होइए
क्योंकि भाग्य के देवता
यानी भगवान श्रीगणेश का ध्यान कर आप अपना भाग्य आसानी से चमका सकते हैं।
इसके लिए आपको नीचे लिखे मंत्र का विधिवत रूप से जप करना होगा।
मंत्र
ऊँ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये वर वरद सर्वजनं वशमानय स्वाहा
जप विधि
- प्रति बुधवार सुबह जल्दी उठकर सर्वप्रथम स्नान आदि नित्य कर्म से निवृत्त होकर साफ वस्त्र पहनें।
- इसके बाद गणेशजी की पूजा करें और उन्हें दुर्गा चढ़ाएं साथ ही लड्डूओं का भोग भी लगाएं।
- इसके बाद पूर्व दिशा की ओर मुख करके कुश के आसन पर बैठें।
- तत्पश्चात हरे पन्ने की माला से ऊपर लिखे मंत्र का जप करें। मंत्र का प्रभाव आपको कुछ ही समय में दिखने लगेगा।
- यदि मंत्र जप प्रतिदिन करेंगे तो इसका प्रभाव और भी अधिक और शीघ्र होगा
मंत्र
ऊँ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये वर वरद सर्वजनं वशमानय स्वाहा
जप विधि
- प्रति बुधवार सुबह जल्दी उठकर सर्वप्रथम स्नान आदि नित्य कर्म से निवृत्त होकर साफ वस्त्र पहनें।
- इसके बाद गणेशजी की पूजा करें और उन्हें दुर्गा चढ़ाएं साथ ही लड्डूओं का भोग भी लगाएं।
- इसके बाद पूर्व दिशा की ओर मुख करके कुश के आसन पर बैठें।
- तत्पश्चात हरे पन्ने की माला से ऊपर लिखे मंत्र का जप करें। मंत्र का प्रभाव आपको कुछ ही समय में दिखने लगेगा।
- यदि मंत्र जप प्रतिदिन करेंगे तो इसका प्रभाव और भी अधिक और शीघ्र होगा
अगर आप भी मन और परिवार को शांत और सुखी रखना चाहते हैं तो नीचे बताए विशेष
मंत्र से श्री गणेश को शमी पत्र अर्पित करें -
- सुबह स्नान कर भगवान श्री गणेश का ध्यान और पूजा करें।
- पूजा में पारंपरिक रूप से गंध, अक्षत, फूल, सिंदूर के अलावा विशेष तौर पर नीचे लिखे मंत्र के साथ शमी पत्र अर्पित करें -
त्वत्प्रियाणि सुपुष्पाणि कोमलानि शुभानि वै।
शमी दलानि हेरम्ब गृहाण गणनायक।।
- शमी पत्रों के गणेश को अर्पण के बाद यथाशक्ति नैवेद्य अर्पित कर आरती करें और मंगलकारी शमीपत्रों की भांति जीवन में शांति और मंगल की कामना करें।
- सुबह स्नान कर भगवान श्री गणेश का ध्यान और पूजा करें।
- पूजा में पारंपरिक रूप से गंध, अक्षत, फूल, सिंदूर के अलावा विशेष तौर पर नीचे लिखे मंत्र के साथ शमी पत्र अर्पित करें -
त्वत्प्रियाणि सुपुष्पाणि कोमलानि शुभानि वै।
शमी दलानि हेरम्ब गृहाण गणनायक।।
- शमी पत्रों के गणेश को अर्पण के बाद यथाशक्ति नैवेद्य अर्पित कर आरती करें और मंगलकारी शमीपत्रों की भांति जीवन में शांति और मंगल की कामना करें।
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