Monday 15 October 2012

नवरात्रों में शुभ फल प्राप्ति हेतु करे राशि अनुसार माँ का पूजन

मेष राशि:- मेष राशि वाले लोग नवरात्रों में नौ दिन देसी घी की अखंड ज्योति जलाएं। और नित्यकर्म से निवृत्त होकर स्नानोपरांत अपने पूजा घर में मां भगवती चंद्रघंटा देवी का सुंदर चित्र या अंगुष्ठप्रमाण प्रतिमा के सामने चौमुखा घी का दीपक जलाएं। दीपक प्रज्वलित करने के बाद घी में 7 दानें मसूर के डालें। और वहीं शुद्घ कंबल का आसन बिछाकर लाल चंदन की माला पर श्रद्घानुसार पांच, सात, ग्यारह माला का जाप सुबह-शाम करें। भूमि शयन करें, एक समय भोजन करें। संभव हो तो भोजन में नमक नहीं लें। मांस-मदिरा, नशीली वस्तुओं का सेवन नहीं करेंगे तो चौगुना लाभ मिलेगा।ऊँ श्री ह्रीं श्रीं कमले कमलाये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्री महालक्ष्म्यै नम:।
ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाये विच्चे। ऊँ चंद्रघंटा दैव्ये नम:॥

वृष राशि:- वृष राशि वाले लोग नवरात्रों में नौ दिन देसी घी की अखंड ज्योति जलाएं। और नित्यकर्म से निवृत्त होकर स्नानोपरांत अपने पूजा घर में मां भगवती कात्यायनी देवी का सुंदर चित्र या अंगुष्ठप्रमाण प्रतिमा के सामने चौमुखा घी का दीपक जलाएं। दीपक प्रज्वलित करने के बाद घी में 7 दानें चावल के डालें। और वहीं शुद्घ कंबल का आसन बिछाकर स्फटिक की माला पर श्रद्घानुसार पांच, सात, ग्यारह माला का जाप सुबह-शाम करें। भूमि शयन करें, एक समय भोजन करें। संभव हो तो भोजन में नमक नहीं लें। मांस-मदिरा, नशीली वस्तुओं का सेवन नहीं करेंगे तो चौगुना लाभ मिलेगा।ऊँ महालक्ष्म्यै नम:। ú ऐं ह्रीं श्रीं श्रिये नमो भगवति मम् समषद्विशै ज्वल ज्वल मां सर्व सम्पदं देहि देहि मम् अलक्ष्मी नाषय हुं फट् स्वाहा।
ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाये विच्चे। ऊँ कात्यायनी दैव्ये नम:॥

मिथुन राशि:- मिथुन राशि वाले लोग नवरात्रों में नौ दिन देसी घी की अखंड ज्योति जलाएं। और नित्यकर्म से निवृत्त होकर स्नानोपरांत अपने पूजा घर में मां भगवती कुष्मांडा देवी का सुंदर चित्र या अंगुष्ठप्रमाण प्रतिमा के सामने चौमुखा तेल का दीपक जलाएं। दीपक प्रज्वलित करने के बाद घी में 7 दानें साबूत मंूग के डालें। और वहीं शुद्घ कंबल का आसन बिछाकर हरे हकीक की माला पर श्रद्घानुसार पांच, सात, ग्यारह माला का जाप सुबह-शाम करें। भूमि शयन करें, एक समय भोजन करें। संभव हो तो भोजन में नमक नहीं लें। मांस-मदिरा, नशीली वस्तुओं का सेवन नहीं करेंगे तो चौगुना लाभ मिलेगा।ऊँ यक्षाय कुबेराय वेश्रवणाय धन धान्यं समृद्धि में देहि दापय दापय स्वाहा।
ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाये विच्चे। ऊँ कुष्मांडा दैव्ये नम:॥

कर्क राशि:- कर्क राशि वाले लोग नवरात्रों में नौ दिन देसी घी की अखंड ज्योति जलाएं। और नित्यकर्म से निवृत्त होकर स्नानोपरांत अपने पूजा घर में मां भगवती ब्रह्मचारिणी देवी का सुंदर चित्र या अंगुष्ठप्रमाण प्रतिमा के सामने चौमुखा घी का दीपक जलाएं। दीपक प्रज्वलित करने के बाद घी में 7 दानें लौंग के डालें। और वहीं शुद्घ कंबल का आसन बिछाकर रुद्राक्ष की माला पर श्रद्घानुसार पांच, सात, ग्यारह माला का जाप सुबह-शाम करें। भूमि शयन करें, एक समय भोजन करें। संभव हो तो भोजन में नमक नहीं लें। मांस-मदिरा, नशीली वस्तुओं का सेवन नहीं करेंगे तो चौगुना लाभ मिलेगा।ऊँ ह्रीं कुबेराय वैश्रवणाय धन धान्यं समृद्धि देहि देहि नम:।
ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाये विच्चे। ऊँ ब्रह्मचारिणी दैव्ये नम:॥

सिंह राशि:- सिंह राशि वाले लोग नवरात्रों में नौ दिन देसी घी की अखंड ज्योति जलाएं। और नित्यकर्म से निवृत्त होकर स्नानोपरांत अपने पूजा घर में मां भगवती शैलपुत्री देवी का सुंदर चित्र या अंगुष्ठप्रमाण प्रतिमा के सामने चौमुखा तेल का दीपक जलाएं। दीपक प्रज्वलित करने के बाद घी में 7 दानें गेहूं के डालें। और वहीं शुद्घ कंबल का आसन बिछाकर लाल चंदन की माला पर श्रद्घानुसार पांच, सात, ग्यारह माला का जाप सुबह-शाम करें। भूमि शयन करें, एक समय भोजन करें। संभव हो तो भोजन में नमक नहीं लें। मांस-मदिरा, नशीली वस्तुओं का सेवन नहीं करेंगे तो चौगुना लाभ मिलेगा।ऊँ लं लक्ष्मयै नम:।
ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाये विच्चे। ऊँ शैलपुत्री दैव्ये विच्चे नम:॥

कन्या राशि:- कन्या राशि वाले लोग नवरात्रों में नौ दिन देसी घी की अखंड ज्योति जलाएं। और नित्यकर्म से निवृत्त होकर स्नानोपरांत अपने पूजा घर में मां भगवती कुष्मांडा देवी का सुंदर चित्र या अंगुष्ठप्रमाण प्रतिमा के सामने चौमुखा तेल का दीपक जलाएं। दीपक प्रज्वलित करने के बाद घी में 7 दानें साबूत मूंग के डालें। और वहीं शुद्घ कंबल का आसन बिछाकर हरे हकीक की माला पर श्रद्घानुसार पांच, सात, ग्यारह माला का जाप सुबह-शाम करें। भूमि शयन करें, एक समय भोजन करें। संभव हो तो भोजन में नमक नहीं लें। मांस-मदिरा, नशीली वस्तुओं का सेवन नहीं करेंगे तो चौगुना लाभ मिलेगा।ऊँ धं ह्रीं श्रीं रतिप्रियै स्वाहा।
ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाये विच्चे। ऊँ कुष्मांडा दैव्ये नम:॥

तुला राशि:- तुला राशि वाले लोग नवरात्रों में नौ दिन देसी घी की अखंड ज्योति जलाएं। और नित्यकर्म से निवृत्त होकर स्नानोपरांत अपने पूजा घर में मां भगवती कात्यायनी देवी का सुंदर चित्र या अंगुष्ठप्रमाण प्रतिमा के सामने चौमुखा तेल का दीपक जलाएं। दीपक प्रज्वलित करने के बाद घी में 1 इलायची डालें। और वहीं शुद्घ कंबल का आसन बिछाकर स्फटिक की माला पर श्रद्घानुसार पांच, सात, ग्यारह माला का जाप करें।ऊँ श्रीं ह्रीं क्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम:॥
ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाये विच्चे। ऊँ कात्यायनी दैव्ये नम:॥

वृश्चिक राशि:- वृश्चिक राशि वाले लोग नवरात्रों में नौ दिन देसी घी की अखंड ज्याेित जलाएं। और नित्यकर्म से निवृत्त होकर स्नानोपरांत अपने पूजा घर में मां भगवती चंद्रघंटा देवी का सुंदर चित्र या अंगुष्ठप्रमाण प्रतिमा के सामने चौमुखा घी का दीपक जलाएं। दीपक प्रज्वलित करने के बाद घी में 7 दानें साबूत मसूर के डालें। और वहीं शुद्घ कंबल का आसन बिछाकर लाल चंदन की माला पर श्रद्घानुसार पांच, सात, ग्यारह माला का जाप सुबह-शाम करें। भूमि शयन करें, एक समय भोजन करें। संभव हो तो भोजन में नमक नहीं लें। मांस-मदिरा, नशीली वस्तुओं का सेवन नहीं करेंगे तो चौगुना लाभ मिलेगा।
ऊँ ह्रीं कमल वासिन्यै प्रत्यक्ष ह्रीं फट्॥
ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाये विच्चे। ऊँ चंद्रघंटा दैव्ये नम:॥

धनु राशि:- धनु राशि वाले लोग नवरात्रों में नौ दिन देसी घी की अखंड ज्योति जलाएं। और नित्यकर्म से निवृत्त होकर स्नानोपरांत अपने पूजा घर में मां भगवती स्कंद माता देवी का सुंदर चित्र या अंगुष्ठप्रमाण प्रतिमा के सामने चौमुखा घी का दीपक जलाएं। दीपक प्रज्वलित करने के बाद घी में हल्दी की 1 गांठ डालें। और वहीं शुद्घ कंबल का आसन बिछाकर हरिद्रा की माला पर श्रद्घानुसार पांच, सात, ग्यारह माला का जाप सुबह-शाम करें। भूमि शयन करें, एक समय भोजन करें। संभव हो तो भोजन में नमक नहीं लें। मांस-मदिरा, नशीली वस्तुओं का सेवन नहीं करेंगे तो चौगुना लाभ मिलेगा।ऊँ नमो ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं क्लीं क्लीं श्रीं लक्ष्मी ममगृहे धनं चिन्ता दूर करोति स्वाहा।
ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाये विच्चे। ऊँ स्कंद माता दैव्ये नम:॥

मकर राशि:- मकर राशि वाले लोग नवरात्रों में नौ दिन देसी घी की अखंड ज्योति जलाएं। और नित्यकर्म से निवृत्त होकर स्नानोपरांत अपने पूजा घर में मां भगवती कालरात्री देवी का सुंदर चित्र या अंगुष्ठप्रमाण प्रतिमा के सामने चौमुखा घी का दीपक जलाएं। दीपक प्रज्वलित करने के बाद घी में 7 काली मिर्च डालें। और वहीं शुद्घ कंबल का आसन बिछाकर कमल गट्टे की माला पर श्रद्घानुसार पांच, सात, ग्यारह माला का जाप सुबह-शाम करें। भूमि शयन करें, एक समय भोजन करें। संभव हो तो भोजन में नमक नहीं लें। मांस-मदिरा, नशीली वस्तुओं का सेवन नहीं करेंगे तो चौगुना लाभ मिलेगा।ऊँ महालक्ष्मयै नम:।
ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाये विच्चे। ऊँ कालरात्री दैव्ये नम:॥

कुंभ राशि:- कुंभ राशि वाले लोग नवरात्रों में नौ दिन देसी घी की अखंड ज्योति जलाएं। और नित्यकर्म से निवृत्त होकर स्नानोपरांत अपने पूजा घर में मां भगवती कालरात्री देवी का सुंदर चित्र या अंगुष्ठप्रमाण प्रतिमा के सामने चौमुखा घी का दीपक जलाएं। दीपक प्रज्वलित करने के बाद घी में 7 दानें साबूत उड़द के डालें। और वहीं शुद्घ कंबल का आसन बिछाकर कमल गट्टे की माला पर श्रद्घानुसार पांच, सात, ग्यारह माला का जाप सुबह-शाम करें। भूमि शयन करें, एक समय भोजन करें। संभव हो तो भोजन में नमक नहीं लें। मांस-मदिरा, नशीली वस्तुओं का सेवन नहीं करेंगे तो चौगुना लाभ मिलेगा।ऊँ लं लक्ष्मयै नम:।
ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाये विच्चे। ऊँ कालरात्री दैव्ये नम:॥

मीन राशि:- मीन राशि वाले लोग नवरात्रों में नौ दिन देसी घी की अखंड ज्योति जलाएं। और नित्यकर्म से निवृत्त होकर स्नानोपरांत अपने पूजा घर में मां भगवती स्कंद माता का सुंदर चित्र या अंगुष्ठप्रमाण प्रतिमा के सामने चौमुखा घी का दीपक जलाएं। दीपक प्रज्वलित करने के बाद घी में 7 दानें चने की दाल के डालें। और वहीं शुद्घ कंबल का आसन बिछाकर हरिद्र की माला पर श्रद्घानुसार पांच, सात, ग्यारह माला का जाप सुबह-शाम करें। भूमि शयन करें, एक समय भोजन करें। संभव हो तो भोजन में नमक नहीं लें। मांस-मदिरा, नशीली वस्तुओं का सेवन नहीं करेंगे तो चौगुना लाभ मिलेगा।ऊँ श्री ह्रीं श्रीं कमले कमलाये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्री महालक्ष्म्यै नम:।
ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाये विच्चे। ऊँ स्कंद माता दैव्ये नम:॥

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