शयन
कक्ष -
हमारे घर का बहुत जरूरी हिस्सा होता है जहां हम अपनी 1/3 भाग जिन्दगी बिताते है। क्योंकि यह कक्ष आराम के लिए होता है। अतः इस कक्ष को ज्यादा न सजाएं।
कमरे में यदि बीम हो तो उसके नीचे न सोएं क्योंकि आपको सिरदर्द या नींद न आने की बीमारी हो सकती है।
पलंग के ऊपर अलमारियां व शैल्फ नहीं होने चाहिए।
शयन कक्ष का द्वार आपके पलंग से नजर आना चाहिए। नहीं तो आपको हमेशा डर घेरे रहेगा।
सोते समय आपके पैर दरवाजे के ठीक सामने नहीं होने चाहिए क्योंकि यह एक ‘शव की स्थिति‘ मानी जाती है।
पलंग के पीछे कोई खिड़की या खाली जगह नहीं होनी चाहिए। यदि है तो आप एक भारी परदा टांग सकते है।
पति-पत्नी में माधुर्य संबंधों के लिए शयन कक्ष के नैऋत्य कोण (दक्षिण-पश्चिम) में प्रेम-व्यवहार करते पक्षियों का जोड़ा रखना चाहिए।
हमारे घर का बहुत जरूरी हिस्सा होता है जहां हम अपनी 1/3 भाग जिन्दगी बिताते है। क्योंकि यह कक्ष आराम के लिए होता है। अतः इस कक्ष को ज्यादा न सजाएं।
कमरे में यदि बीम हो तो उसके नीचे न सोएं क्योंकि आपको सिरदर्द या नींद न आने की बीमारी हो सकती है।
पलंग के ऊपर अलमारियां व शैल्फ नहीं होने चाहिए।
शयन कक्ष का द्वार आपके पलंग से नजर आना चाहिए। नहीं तो आपको हमेशा डर घेरे रहेगा।
सोते समय आपके पैर दरवाजे के ठीक सामने नहीं होने चाहिए क्योंकि यह एक ‘शव की स्थिति‘ मानी जाती है।
पलंग के पीछे कोई खिड़की या खाली जगह नहीं होनी चाहिए। यदि है तो आप एक भारी परदा टांग सकते है।
पति-पत्नी में माधुर्य संबंधों के लिए शयन कक्ष के नैऋत्य कोण (दक्षिण-पश्चिम) में प्रेम-व्यवहार करते पक्षियों का जोड़ा रखना चाहिए।
No comments:
Post a Comment